आदर्श भारतीय संस्कृति का अद्भुत प्रतिबिम्ब, हमारा मंदिर एक आध्यात्मिक साहसिकता का स्रोत है। हम आपको मंदिर के इतिहास, स्थान, और परिसर के विवरण के साथ-साथ अन्य सेवाओं की भी जानकारी प्रदान करेंगे। हमें गर्व है कि हमारा मंदिर धार्मिक और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में एक अग्रणी स्थान है, और हम आपको इस धार्मिक संगठन के साथ जुड़कर आत्मीयता और शांति का अनुभव करने की आमंत्रित करते हैं
निम्बार्क सम्प्रदाय का प्रार्दुभाव 3096 ईशा. पूर्व आज से जगभग 5000 वर्ष माना जाता है, परन्तु निम्वार्क दर्शन जो कि द्वैताद्वैत के नाम से समग्र भारत वर्ष में प्रसिध्द हुआ के समय काल से ही इसका वास्तविक प्रचलन समग्र भारत में मनाना जाता है। जिसका समय काल 13 वीं शताब्दी माना जाता है।
एकमप्यक्षरं यस्तु गुरुः शिष्ये निवेदयेत् । पृथिव्यां नास्ति तद् द्रव्यं यद्दत्वा ह्यनृणी भवेत् ॥
अर्थात गुरु शिष्य को जो एखाद अक्षर भी कहे, तो उसके बदले में पृथ्वी का ऐसा कोई धन नहीं, जो देकर गुरु के ऋण में से मुक्त हो सकें
श्री रघुनाथ जी बड़ा मंदिर में गौशाला का स्थान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यहाँ पर गौवंश की सुरक्षा, पालन-पोषण और उनकी देखभाल की जाती है। गौशाला में विभिन्न प्रजातियों की गायें रखी जाती हैं, जिनका पालन-पोषण विशेष रूप से किया जाता है। इन गायों की देखभाल, उनके स्वास्थ्य की जांच, उनका आहार, तथा उनकी आवश्यकतानुसार चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
यहाँ के संचालक गौशाला की देखभाल और प्रबंधन को ध्यान में रखते हैं ताकि गायों को सर्वोत्तम देखभाल और आराम प्रदान किया जा सके। इसके साथ ही, यहाँ पर गौशाला के आसपास के लोगों को गौमाता की सेवा करने का अवसर भी प्राप्त होता है। गौशाला में विशेष अवसरों पर गायों की पूजा-अर्चना की जाती है और लोग यहाँ आकर धर्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं।
गौशाला मंदिर के संचालकों का यह प्रयास है कि गौमाता को सम्मानित किया जाए और लोगों को उनकी देखभाल का जिम्मा लेने के लिए प्रेरित किया जाए। इससे न केवल गौमाता का सम्मान होता है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति के एक महत्वपूर्ण पहलू को भी दर्शाता है।
श्री देव रघुनाथ जी - राधे श्याम नाम बैंक
श्री देव रघु नाथ जी बड़ा मंदिर ट्रस्ट के द्वारा श्री राधे श्याम अब सीता राम नाम बैंक को संचलित किया जा रहा है। इसके संस्थापक श्री महामंडलेश्वर 108 राधा मोहन दास जी महाराज जी
श्री देव रघुनाथ जी बड़ा मंदिर ट्रस्ट के द्वारा श्री राधे श्याम और सीता राम नाम बैंक को संचालित किया जा रहा है। इसके संस्थापक श्री महामंडलेश्वर १०८ राधा मोहन दास जी महाराज हैं। श्री राधा श्याम और सीता राम नाम बैंक में खाता खोलकर पुण्य लाभ प्राप्त करें।
श्री राधा श्याम अबम सीता राम नाम बैंक में खाता खुलबा करके पुनय लाभ प्राप्त करे